नयी दिल्ली : सलमान रुश्दी की किताब पर बैन को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिंदबरम के बयान के बाद पार्टी के भीतर ही घमासान मचा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने चिदंबरम के कबूलनामे पर सवाल उठाते हुएसाेमवारको कहा है कि उस दौर का निर्णय उस समय के हिसाब से सही था, जिसमें खुद चिदंबरम भी शामिल थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सहिष्णुता के मामले पर कांग्रेस को लेकर भाजपा को सवाल नहीं करना चाहिए और खुद के कार्यों पर ध्यान देना चाहिए.

गौर हो किबीतेशनिवार को टाइम्स लिटफेस्ट में अपनी बात रखते हुए पी चिदंबरम ने कहा था कि सलमान रश्दी के उपन्यास ‘द सेटेनिक वर्सेस’ पर तत्कालीन राजीव गांधी सरकार द्वारा रोक लगाना गलत था. 1986 से 89 तक रही राजीव गांधी की सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे चिदंबरम ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी ने 1980 में स्वीकार किया था कि आपातकाल लगाना एक भूल थी. जब चिदंबरम से पूछा गया कि वह इतने साल बाद यह बात क्यों कह रहे हैं तो उन्होंने कहा, अगर आप मुझसे 20 साल पहले पूछते, तब भी मैं यही बात कहता.