बिहार चुनाव: गठबंधन होने से कांग्रेस को अपनी सीटें बढाने में सहयोग मिला

नयी दिल्ली: चौतरफा घिरे कांग्रेस के लिए बिहार चुनावों में गठबंधन का रास्ता काफी फायदेमंद साबित हुआ है. परिणाम और रुझान दर्शाते हैं कि पार्टी ने जिन 41 सीटों पर चुनाव लडा था उनमें से 26 पर वह जीत दर्ज करने जा रही है. वर्ष 2010 के विधानसभा चुनावों में इसे सिर्फ चार सीटें मिली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 7:36 PM
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नयी दिल्ली: चौतरफा घिरे कांग्रेस के लिए बिहार चुनावों में गठबंधन का रास्ता काफी फायदेमंद साबित हुआ है. परिणाम और रुझान दर्शाते हैं कि पार्टी ने जिन 41 सीटों पर चुनाव लडा था उनमें से 26 पर वह जीत दर्ज करने जा रही है. वर्ष 2010 के विधानसभा चुनावों में इसे सिर्फ चार सीटें मिली थीं जबकि उसने सभी 243 सीटों पर चुनाव लडा था.इस बार कम सीट पर चुनाव लडने के कारण उसका मत प्रतिशत भी कम हो गया जो 2010 में 8 . 37 फीसदी के मुकाबले 6.7 फीसदी रहा. पिछले चुनावों में पार्टी के 216 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी.

इस चुनाव में पार्टी के हिसाब से देखें तो मत प्रतिशत के मामले में कांग्रेस चौथे स्थान पर है. भाजपा को 24 . 8 फीसदी, राजद को 18.5 फीसदी और जद यू को 16.7 फीसदी मत हासिल हुए हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों को 9.7 फीसदी मत मिले हैं.वास्तव में पिछले वर्ष मई के लोकसभा चुनावों के बाद पार्टी के लिए बिहार एक बडी जीत है. लोकसभा चुनावों में पार्टी महज 44 सीटों पर सिमट कर रह गयी है.
पार्टी ने महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, दिल्ली और जम्मू…कश्मीर विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। दिल्ली में इसका खाता तक नहीं खुला.
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