नयी दिल्‍ली : गौ हत्‍या पर देश भर में विवादित बयानों की आंधी के बीच पहली बार राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान आया है. भागवत ने कहा कि अफ्रीका के एक देश में भी गौ हत्‍या पर बैन लगा हुआ है. यह केवल भारत की बात नहीं है. उन्‍होंने कहा कि विपरित परिस्‍थति में लोग वहां गाय का खून पीते हैं, लेकिन इस बात का ख्‍याल रखा जाता है कि गाय मरे नहीं. भागवत का बयान ऐसे समय में आया है जब दादरी में कथित रूप से गौ मांस रखने की वजह से एक व्‍यक्ति की पीट-पीट कर हत्‍या कर दी गयी. वहीं सत्ताधारी दलों और विपक्ष की ओर से कई विवादित बयान से भी राजनीतिक घमासान मचा हुआ है.

भागवत ने विजया दशमी के दिन नागपुर में वार्षिक संबोधन में इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा था. उन्‍होंने नरेंद्र मोदी सरकार के काम काज की जमकर तारीफ की थी और उन्‍हें जनता से संवाद स्‍थापित करते रहने की सलाह दी थी. संघ प्रमुख ने गौ हत्‍या पर कोई विवादित बयान तो नहीं दिया लेकिन विहिप नेता प्रवीण तोगडि़या ने तो इतना तक कह दिया था कि गौ हत्‍या करने वालों को पीएम नरेंद्र मोदी भी नहीं बचा सकते. उन्‍होंने कहा कि था कि गाव को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है और कोई इसकी हत्‍या करे यह बर्दास्‍त नहीं किया जायेगा.