‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चेतावनी दी है कि कुछ देशों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ लडाई में अपनाया गया ‘खंडित और पक्षपाती दृष्टिकोण’ असफल रहा है और इस बढती बीमारी को केवल व्यापक, समन्वित और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए ही समाप्त किया जा सकता है.
जार्डन, फलस्तीन और इस्राइल की 10 अक्तूबर से शुरु हो रही अपनी ऐतिहासिक यात्रा से पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिम एशिया में आतंकवाद से उपजी अस्थिरता के कारण दक्षिण एशिया सहित पूरे विश्व में आतंकवादी गतिविधियां बढी हैं.
आतंकवाद को ‘‘खराब और अच्छे” के रुप में फर्क करने के कुछ देशों के नजरिए पर कडा रुख अपनाते हुए मुखर्जी ने कहा कि खंडित और पक्षपाती दृष्टिकोण आतंकवाद को काबू करने में सफल नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत आतंकवाद के सभी रुपों की निंदा करता है…हम मानते हैं कि आतंकवाद से व्यापक तौर पर निपटना चाहिए। कुछ देशों द्वारा अपनाया गया खंडित और पक्षपाती दृष्टिकोण आतंकवाद से मुकाबला करने में असफल रहा है.” राष्ट्रपति तीन देशों की छह दिवसीय यात्रा पर शनिवार को रवाना होंगे.