अहमदाबाद : आरक्षण की मांग कर देश में चर्चा में आये हार्दिक पटेल आगामी दिनों में चुनावी राजनीति में भी हस्तक्षेप कर सकते हैं. गुजरात की ताकतवर पटेल लॉबी को अक्तूबर में होने वाले निकाय चुनाव में हाथ आजमाने को तैयार किया जा रहा है.
अहमदाबाद और सूरत में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति व सरदार पटेल समूह अभी से लोगों को जोडने में जुट गया है. संगठन यह भी विचार कर रहा है कि किन्हें समर्थन दिया जाये और किन्हें नहीं दिया जाये. पाटीदार समूह के कुछ नेताओं का कहना है कि हम जीतें या हारें, लेकिन भाजपा के मंसूबों पर पानी जरूर फेर देंगे.
पाटीदार नेता चुनाव में अपनी समर्थकों की कुर्बानी को चुनाव में भुनाना चाहते हैं. पाटीदार आंदोलन में नौ लोगों की मौत हुई थी. पाटीदार नेताओं का कहना है कि हमें राज्य सरकार निशाना बना रही है, जिसके लिए लंबी लडाई लडनी होगी. अगर, सचमुच गुजरात निकाय चुनाव में भाजपा की उम्मीदों पर पाटीदार पानी फेरते हैं, तो यह सीएम आनंदीबेन पटेल के साथ पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा प्रमुख अमित शाह के लिए भी झटका होगा.