‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
वाशिंगटन: भाजपा के वरिष्ठ सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि राजग सरकार के लिये सही कदम उठाकर मौजूदा चीन के आर्थिक संकट को अवसर में बदलने का एक मौका है.उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वित्तीय संकट का चीन के वैश्विक ‘सुपरपावर’ बनने तथा अमेरिकी डालर के एकाधिकार को चुनौती देते हुए यूआन को व्यवहारिक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनाने के लक्ष्य पर जबर्दस्त प्रभाव पडेगा.
स्वामी ने कहा, ‘‘यह (चीनी आर्थिक संकट) भारत के लिये एक अवसर है.’’ पूर्व कैबिनेट मंत्री ने पूर्व में भविष्यवाणी की थी कि 2020 तक चीनी अर्थव्यवस्था धाराशायी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि यह पांच साल पहले हो रहा है.’’ वह फिलहाल विभिन्न शहरों में व्याख्यान के लिये अमेरिका की यात्रा पर हैं.स्वामी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीन में जो हो रहा है, यह संरचनात्मक विफलता है. चीन की पूरी आर्थिक प्रणाली कोई स्वदेशी प्रणाली नहीं है.’’उन्होंने कहा, ‘‘हम अगर सही कदम उठाते हैं, तो चीन को पीछे छोडने को लेकर हम मजबूत स्थिति में हैं.’’
भाजपा नेता ने रेखांकित किया कि चीन को आर्थिक संकट से उबरने में समय लगेगा, ऐसे में भारत के लिये जरुरी कदम उठाकर अपने पडोसी देश से आगे निकलने का समय है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने आर्थिक सलाहकारों को हटाने का अनुरोध करते हुए स्वामी ने कहा कि उनके लिये जरुरी है कि वे पार्टी के भीतर गहन विचार विमर्श वाला सत्र आयोजित करे जिसमें उन्हें सही सलाह मिलेगी.उन्होंने देश में आर्थिक विकास को गति देने के लिये अन्य बातों के अलावा सरकार से ब्याज दर कम कर 9 प्रतिशत पर लाने तथा आयकर समाप्त करने का आह्वान किया.