‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन को लेकर पूर्व सैनिकों के आंदोलन का असर होने लगा है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मुलाकात की है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार नरेंद्र मोदी 28 अगस्त को वन रैंक वन पेंशन का एलान कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए कई मंत्रालयों से बात की और इस पर जल्द फैसला लेने का निर्णय लिया है. हालांकि वन रैंक वन पेंशन की घोषणा को लेकर अबतक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
दूसरी तरफ जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. कल कर्नल पुष्पेंद्र सिंह को अस्पताल में भरती करवाया गया तो आज हवलदार मेजर सिंह को अस्पताल में भरती करवाने के लिए एबुलेंस जंतर मंतर पर पहुंची है. हालांकि सिंह ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया है. सिंह पिछले 10 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उन्होंने अस्पताल में भरती किये जाने का विरोध करते हुए कहा, मैं नहीं जाऊंगा, मैं नहीं जाऊंगा. जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों के भूख हड़ताल में अब कईऔर लोगभी शामिल होने लगे हैं. इनमें पूर्व सैनिक उदय सिंह रावत और मेजर प्यारे चांद भी अब भूखहड़ताल पर बैठे हैं.
पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर दो महीने से भी ज्यादा वक्त से आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन में धीरे- धीरे कई लोग जुड़ रहे हैं. इसमें केंद्रीय मंत्री वीके सिंह की बेटी मृणालिनी भी कुछ दिनों पहले शामिल हुई और प्रधानमंत्री से अपील कीकि वह उनकी मांगो पर ध्यान दें. हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी थी कि प्रधानमंत्री अपना वादा जरूर पूरा करेंगे. कर्नल पुष्पेंद्र सिंह कल आंदोलन के कारण बीमार हो गये थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भरती करवाया गया था.