नयी दिल्‍ली :विवादों में रहे आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को आज सरकार ने बर्खास्‍त कर दिया. संजीव भट्ट वही आईपीएस अधिकारी हैं जिन्‍होंने 2002 में गुजरात दंगों में तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाया था. संजीव भट्ट को कुछ दिनों पहले ही निलंबित किया गया था.

उनपर सरकारी गाड़ी और पुलिस कमांडो का गलत इस्‍तेमाल करने का आरोप लगा था. इसके बाद उन्‍हें कई बार इस बारे में नोटिस भी दिया गया, लेकिन उन्‍होंने इसमें सरकार की एक न सुनी. इसके बाद ही उन्‍हें बर्खास्‍त किया गया. संजीव भट्ट को गुजरात सरकार ने अहमदाबाद से जूनागढ़ भेजा था, लेकिन उन्‍होंने जूनागढ़ में पदभार ग्रहण नहीं किया और लगातार अहमदाबाद में रहते हुए सरकारी गाड़ी और पुलिस कमांडो का इस्‍तेमाल करते रहे. बताते चलें संजीव भट्ट गुजरात के 1988 बैच के अधिकारी हैं.

* सेक्‍स वीडियो मामले में संजीव भट्ट को मिला था नोटिस

आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट पर एक सेक्‍स वीडियो सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने उन्‍हें नोटिस भेजा था. उन्‍हें इस मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और उनसे कहा गया था कि इस मामले में अपना पक्ष रखें.
* संजीव भट्ट ने आरोप को बेबुनियाद बताया
इधर आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट पर लग रहे सभी आरोपों को उन्‍होंने खारिज कर दिया था और अपने उपर लग रहे सभी आरोपों को राजनीतिक द्वेष बताया. उन्‍होंने कहा, वीडियो के साथ छेड़छाड़ किया गया है. यह वीडियो उनका नहीं है.