कांग्रेस के हंगामे के कारण राज्यसभा में गतिरोध जारी

नयी दिल्ली : राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों द्वारा सरकार पर ‘‘तानाशाही’’ का आरोप लगाते हुए नारेबाजी एवं हंगामा किए जाने के कारण आज भी गतिरोध बना रहा और बैठक को 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. 12 बजे जब कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो नजारा कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2015 12:39 PM
an image

नयी दिल्ली : राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों द्वारा सरकार पर ‘‘तानाशाही’’ का आरोप लगाते हुए नारेबाजी एवं हंगामा किए जाने के कारण आज भी गतिरोध बना रहा और बैठक को 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. 12 बजे जब कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो नजारा कुछ वैसा ही बना रहा जिसके बाद सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

सदन की बैठक शुरु होते ही सभापति हामिद अंसारी ने कल मध्य प्रदेश के हरदा के समीप कामयानी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण हुए रेल हादसे में कई लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने पर पूरे सदन की ओर से शोक जताया. इसके बाद सदस्यों ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के सम्मान में कुछ पलों का मौन रखा. इसके फौरन बाद कांग्रेस के सदस्यों ने सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। हंगामे के बीच ही रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कल हुए रेल हादसे के बारे में अभी तक मिली प्रारंभिक जानकारी से सदन को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि वह और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा घटना स्थल पर जा रहे हैं. प्रभु ने जैसे ही अपनी बात खत्म की, कांग्रेस के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गये.

कांग्रेस सदस्य गत सोमवार को लोकसभा में हंगामा कर रहे 25 कांग्रेस सदस्यों को पांच दिनों के लिए निलंबित करने के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान सपा, वाम, जदयू आदि दलों के सदस्य भी अपने स्थान पर खडे हुए थे. उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि नारेबाजी से किसी समस्या का समाधान नहीं निकल सकता है. उन्होंने कहा कि सिर्फ चर्चा के जरिये ही किसी मुद्दे का हल निकल सकता है. कुरियन ने कहा कि उन्हें आज सपा नेता रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल, माकपा सदस्य टी के रंगराज एवं द्रमुक के के पी रामालिंगम के नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं. उन्होंने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस सदस्यों से इन नोटिस पर चर्चा करवाने के लिए कहा। लेकिन सदन में हंगामा थमते न देख उन्होंने बैठक को दोपहर बारह बजे तके लिए स्थगित कर दिया.

उल्लेखनीय है कि ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस नीत विपक्ष के हंगामे के कारण 21 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में उच्च सदन में लगातार गतिरोध बना हुआ है. लोकसभा में गत सोमवार को हंगामा कर रहे कांग्रेस के 25 सदस्यों को अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने पांच दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया था. इसके विरोध में कांग्रेस सांसदों ने कल और आज सुबह संसद भवन परिसर में गांधीजी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया.

Exit mobile version