‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
पुणे:गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ यहां भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में आंदोलन कर रहे विद्यार्थियों को समर्थन देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ‘‘औसत दर्जे ’’को बढावा देकर इस संस्थान का दर्जा घटा रहा है.
विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सवालिये लहजे में कहा कि क्यों इस ‘छोटे स्कूल’ ने सरकार के मन की शांति भंग कर रखी है और फिर उन्होंने यह कहते हुए आरएसएस की आलोचना की कि वह अपने विचार का प्रचार प्रसार करना चाहता है और वह प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को ‘राष्ट्रविरोधी’ बतायेगा.
उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ खुले संवाद के दौरान कहा, ‘‘आरएसएस और उसके विचारक तंत्र में सुनियिोजित तरीके से ‘‘औसत दर्जे’’ के लोगों को बढावा दे रहे हैं… वे शैक्षणिक संस्थानों के दर्जे को गिराने पर आमादा हैं…यह बस शिक्षा व्यवस्था की बात नहीं है बल्कि नौकरशाही एवं न्यायिक प्रणाली में भी ऐसा हो रहा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्यों बस करीब 250 विद्यार्थियों वाला यह छोटा संस्थान सरकार के मन की शांति भंग कर रहा है. यदि विद्यार्थी उन्हें :गजेंद्र चौहान को: नहीं चाहते हैं तो स्पष्टत: उन्हें वहां नहीं होना चाहिए. यह आपपर धौंसपट्टी दिखाने का प्रयास है. ’’कांग्रेस उपाध्यक्ष ने विद्यार्थियों को उनकी आवाज संसद में उठाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस अपने विचार का प्रचार प्रसार चाहता है. वे आपको राष्ट्रविरोधी, हिंदू विरोधी कहेंगे. वे आपसे डरे हुए हैं. यह धौंसपट्टी का स्वभाव है. ’’
FTII students in conversation with Rahul Gandhi in Pune pic.twitter.com/aE62wTHtpo
— ANI (@ANI) July 31, 2015
Rahul Gandhi reaches Pune, will go to FTII & meet students shortly. pic.twitter.com/zA6vAhhNuX
— ANI (@ANI) July 31, 2015
NSUI activists face off with BJP workers outside FTII in Pune ahead of Rahul Gandhi's visit pic.twitter.com/E2t38EdLJU
— ANI (@ANI) July 31, 2015
इससे पहले एफटीआईआई के छात्रों ने राहुल गांधी को पत्र लिख कर उच्च शिक्षण संस्थानों पर प्रहार को रोकने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी. सूत्रों ने कहा कि इसके जवाब में राहुल ने पुणे जाने और छात्रों के आंदोलन का समर्थन करने का निर्णय किया.पुणे स्थित एफटीआईआई के छात्र पिछले करीब 40 दिनों से गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ हडताल पर हैं.