नयी दिल्‍ली : 1993 मुंबई हमले के आरोपी याकूब मेमन को आज सुबह सात बजे नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गयी. इसके लगभग घंटेभर बाद कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विट कर सरकार और न्‍यायपालिका के साख पर सवाल उठाया है. दिग्विजय ने ट्विट कर कहा कि याकूब को फांसी दे दी गयी. सरकार और न्‍यायपालिका की ओर से आतंक के आरोपी को दंड देने में तत्‍कालिकता और प्रतिबद्धता दिखायी गयी.

उन्‍होंने कहा कि उम्‍मीद है कि सरकार और न्‍यायपालिका की ओर से आतंक के बाकी मामलों में भी ऐसी ही प्रतिबद्धता दिखायी जायेगी और जाति और धर्म से उपर उठकर फैसले किये जायेंगे. उन्‍होंने कहा कि लेकिन मुझे इसपर संदेह है कि आतंक के अन्‍य आरोपियों के खिलाफ भी ऐसा किया जायेगा. न्‍यायपालिका और सरकार की साख दांव पर है.

दिग्विजय ने ट्विट किया कि अजीब संयोग है, दो भारतीय मुसलमानों का अंतिम संस्‍कार एक ही दिन किया जा रहा है. उनमें से एक डा. कलाम हैं, जिनपर पूरे देश को नाज है. और दूसरा याकूब मेमन है जिसने आतंक फैलाने वाले लोगों का साथ दिया और पूरे समुदाय को शर्मसार किया है.

उन्‍होंने कहा कि यह सभी भारतीयों के लिए एक सबक है. हमें उस धार्मिक कट्टरवाद से दूर रहना चाहिए जो हमें आतंक की ओर ले जाता है. धर्मनिरपेक्ष और आधुनिक बनें. उन्‍होंने कहा कि हमें सबसे पहले भारतीय बनना होगा. नफरत और हिंसा छोड़, गांधीवादी बनें. प्‍यार और करुणा को अपनाकर अहिंसा की विचारधारा का अभ्यास करें.