नयी दिल्ली : आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ललित मोदी प्रकरण पर पहली बार अपना मुंह खोला है. उन्होंने ट्वीट किया है कि एक मंत्री के तौर पर उनकी संसद के प्रति जवाबदेही है,इसलिए वे सोशल मीडिया के जरिये देश को सच बताना चाहती हैं. उन्होंने ट्वीट किया है कि मैंने कभी भी ललित मोदी को ट्रेवल वीजा देने के लिए अनुरोध या अनुशंसा नहीं की. मैंने यह ब्रिटेन की सरकार पर छोड़ दिया था, ताकि वे अपने देश के नियम और कानून के अनुसार इस मुद्दे पर कार्रवाई करें. इसलिए यह कहना कि मैंने ललित मोदी की मदद की सरासर गलत है.


https://twitter.com/SushmaSwaraj/status/624848697050841088

गौरतलब है कि सुषमा स्वराज पर आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को ट्रेवल वीजा दिलाने में मदद करने का आरोप लगा है और इस मुद्दे को संसद और संसद के बाहर उठाकर विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है. संसद का मानसूत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ है, लेकिन ललित मोदी प्रकरण में सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद की पूरी कार्यवाही ठप रही है. विपक्ष आक्रामक रूख अपना चुका है और इस मुद्दे पर चर्चा भी तब ही करना चाहता है, जब सुषमा स्वराज इस्तीफा दे दें.

जब से सुषमा स्वराज पर ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगा है, उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि एक दिन उन्होंने ट्वीट किया था कि कोल स्कैम मेंआरोपी संतोष बगरोदिया को पार्स्टपोर्ट देने के लिए कांग्रेस के एक नेता ने उनपर दबाव बनाया था. लेकिन उन्होंने यह कहा था कि वे उस नेता का नाम संसद में बतायेंगी. चूंकि संसद की कार्यवाही लगातार बाधित चल रही हैऔर सुषमा स्वराज को संसद में अपना पक्ष रखने का मौका नहीं मिल रहा है इसलिए संभवत: सुषमा ने ट्विटर के जरिये अपना सच सामने लाने का फैसला किया है.