मॉनसून सत्र : आज भी हंगामे के आसार, सुषमा और वाड्रा पर भिड़ सकते हैं पक्ष-विपक्ष

नयी दिल्ली : ललित मोदी विवाद व व्यापमं घोटाले को लेकर शुक्रवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा होने के आसार नजर आ रहे हैं. जहां एक ओर ललित मोदी विवाद व व्यापमं घोटाले को लेकर विपक्ष सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रहा है वहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 8:26 AM
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नयी दिल्ली : ललित मोदी विवाद व व्यापमं घोटाले को लेकर शुक्रवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा होने के आसार नजर आ रहे हैं. जहां एक ओर ललित मोदी विवाद व व्यापमं घोटाले को लेकर विपक्ष सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रहा है वहीं सत्ता पक्ष आज कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के फेसबुक में की गयी टिप्पणी को मुद्दा बनाकर विपक्ष को जवाब देने का प्रयास कर सकता है.

सदन के तीसरे दिन गुरूवार को कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष जहां ‘इस्तीफा नहीं, तो कामकाज नहीं’ के रुख पर अड़ा रहा, तो वहीं सत्तापक्ष ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए राबर्ट वॉड्रा की एक टिप्पणी को लेकर विपक्ष पर प्रहार किया. सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच आरोप -प्रत्यारोप के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई गुरूवार को पूरे दिन के लिए स्थगित रही.

इसके साथ ही सदन में कांग्रेस सदस्यों ने तख्तियां भी दिखायी जिन पर लिखा था,‘मोदीजी 56 इंच दिखाओ, सुषमा, वसुंधरा को हटाओ’’, तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने परचे बांटे जिस पर लिखा था- उलटा चोर कोतवाल को डांटे, किसान की जमीन दामाद को बांटे.

इन सबके बीच गतिरोध दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं विपक्षी नेताओं से मिले. वहीं, गतिरोध दूर करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में भाग लेने से कांग्रेस ने मना कर दिया. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री व दो मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई से ही कोई हल निकलेगा.

पीएम ने की विपक्षी सदस्यों से मुलाकात

राज्यसभा में ललित मोदी प्रकरण व व्यापमं घोटाले को लेकर संसद के दोनों सदनों में जारी गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित विपक्षी सदस्यों से मुलाकात की. दोहपर में बैठक स्थगित होने से कुछ ही क्षण पहले मोदी उच्च सदन में आये. सीट पर बैठ भी नहीं पाये थे कि हंगामे के कारण उपसभापति ने कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. इसके बाद मुस्कुराते हुए उन्होंने विपक्षी सदस्यों से मुलाकात की. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह से हाथ मिलाया. कुछ देर तक उनसे के साथ बातें कीं. कांग्रेस के नेता मधुसूदन मिस्त्री से भी हाथ मिलाया, तो कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा का हाथ जोड़ कर अभिवादन किया. जयराम रमेश की ओर दूर से ही हाथ हिलाया. राकांपा के शरद पवार, जदयू के शरद यादव, बसपा की मायावती से भी हाथ जोड़ कर अभिवादन किया. भाकपा के डी राजा से भेंट की. इसके बाद अपनी सीट की ओर आये और अपनी पार्टी के नेताओं से मिले. फिर उन्होंने सदन से बाहर का रुख किया. विपक्षी नेताओं से प्रधानमंत्री की इस सौहाद्र्रपूर्ण मुलाकात को गतिरोध को दूर करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.

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