इसरो ने किया उच्च शक्ति वाले क्रायोजेनिक रॉकेट इंजन का परीक्षण
बेंगलुरु : भारत के पहले स्वदेशी रुप से डिजाइन एवं विकसित किये गए उच्च प्रणोद क्रायोजेनिक राकेट इंजन का आज 800 सेकंड के लिए सफल वहनीयता एवं क्षमता परीक्षण (इंड्यूरेंसन हॉट टेस्ट) किया गया. बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 16 जुलाई को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि स्थित इसरो के प्रोपल्शन काम्प्लेक्स में परीक्षण […]
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बेंगलुरु : भारत के पहले स्वदेशी रुप से डिजाइन एवं विकसित किये गए उच्च प्रणोद क्रायोजेनिक राकेट इंजन का आज 800 सेकंड के लिए सफल वहनीयता एवं क्षमता परीक्षण (इंड्यूरेंसन हॉट टेस्ट) किया गया. बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 16 जुलाई को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि स्थित इसरो के प्रोपल्शन काम्प्लेक्स में परीक्षण किये जाने की घोषणा करते हुए आज कहा कि यह अवधि उडान के दौरान इंजन बर्न की अवधि से करीब 25 प्रतिशत अधिक है.
इस इंजन का इस्तेमाल क्रायोजेनिक चरण (सी25) इसरो के अगली पीढी के जीएसएलवी एमके3 प्रक्षेपण यान के उपरी चरण में किया जाएगा जो कि चार टन श्रेणी के उपग्रह प्रक्षेपित करने में सक्षम है.