खुदी को कर बुलंद इतना की हर तकरीर से पहले, खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है. जी हां इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है गुजरात के सूरत के एक दंपती ने. आनंद और किरण कपूर एक नेत्रहीन दंपती हैं,लेकिन वे किसी की मदद के मोहताज नहीं हैं. इन दोनों ने अपनी आजीविका के लिए एक फोटोकॉपी मशीन लगायी है, जिसका संचालन वे भलीभांति करते हैं.

मशीन का संचालन वे स्पर्श के द्वारा करते हैं. जब वे फोटोकॉपी मशीन चलाते हैं, तो किसी को इस बात का भान भी नहीं होता है कि वे नेत्रहीन हैं. आज अपने इस फोटोकॉपी मशीन द्वारा यह दंपती खुशहाली जिंदगी बसर कर रहा है.