भारत-थाईलैंड ने रक्षा उत्पादन में संयुक्त उपक्रमों की संभावना पर चर्चा की

बैंकॉक: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार अपना थाईलैंड का तीन दिनी दौरा समाप्त किया और इस दौरान भारत और थाईलैंड ने आज रक्षा उत्पादन में संयुक्त उपक्रमों की संभावनाओं पर चर्चा की. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सुषमा और थाई नेतृत्व ने यहां द्विपक्षीय वार्ता के दौरान इस साल थाईलैंड के रक्षा मंत्री जनरल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2015 4:16 AM

बैंकॉक: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार अपना थाईलैंड का तीन दिनी दौरा समाप्त किया और इस दौरान भारत और थाईलैंड ने आज रक्षा उत्पादन में संयुक्त उपक्रमों की संभावनाओं पर चर्चा की.

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सुषमा और थाई नेतृत्व ने यहां द्विपक्षीय वार्ता के दौरान इस साल थाईलैंड के रक्षा मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) प्रवित वांगसुवन की प्रस्तावित भारत यात्रा से पहले रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उपक्रमों की संभावनाओं पर चर्चा की.

दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा सहयोग में नियमित संयुक्त सैन्य अभ्यास, आतंकवाद, समुद्री लूटपाट और तस्करी के मुकाबले के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास संयुक्त समुद्री गश्त, एक दूसरे के सशस्त्र बल प्रशिक्षण संस्थानों में अधिकारियों का प्रशिक्षण और सैन्य अभ्यासों में पर्यवेक्षक के तौर पर सहभागिता शामिल है.

सूत्रों ने कहा कि फिलहाल भारत रक्षा उत्पादन में संयुक्त उपक्रमों को लेकर आशान्वित है. थाईलैंड में चीन के बढते प्रभाव के मद्देनजर इस पहल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

यात्रा समापन के बाद विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) अनिल वाधवा ने संवाददाताओं से कहा कि इस यात्रा ने हमें चीजों की विस्तार से समीक्षा करने का अवसर दिया. उन्होंने कहा कि दोहरे कराधार से बचने की संधि महत्वपूर्ण है.

भारत और थाईलैंड के बीच म्यामां के रास्ते महत्वाकांक्षी त्रिपक्षीय राजमार्ग परियोजना के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.

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