नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि आतंकवादियों के पास ज्ञान की कोई कमी नहीं है और वे ज्ञानी भी हैं. साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें समाज में रचनात्मक कार्य की दिशा में अपने ज्ञान का इस्तेमाल करने के लिए योग करना चाहिए.योग के लाभ को साझा करने के लिए यहां आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि यह मानव व्यक्तित्व के समग्र और समन्वित विकास में मदद करेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘ज्ञान बहुत खतरनाक है. जो लोग आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हैं, वे भी ‘ज्ञानी’ हैं. उनके पास ज्ञान की कमी नहीं है. आतंकवाद में ऐसे कई लोग हैं, जिनके पास भी ज्ञान है.’’ सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन ज्ञान का इस्तेमाल इस तरह से किया जाना चाहिए कि यह समाज के लिए मददगार हो, ना कि विध्वंसकारी. योग उस ज्ञान को नियंत्रित करने का काम करेगा.’’
उन्होंने राजनीतिक दलों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विवाद पैदा नहीं करने की को भी कहा. यह कल देश विदेश में मनाया जाएगा.उन्होंने कहा, ‘‘योग जोडता है, बांटता नहीं है. मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि क्यों लोग योग पर विवाद पैदा करना चाहते हैं. मैंने राजनीतिक पार्टियों से ऐसा नहीं करने को कहा है.’’
गृहमंत्री ने कहा कि योग लोगों को लोगों से, धर्म को धर्म से और संस्कृति को संस्कृति से जोडता है. ‘जो इसका विरोध करते हैं उन्हें योग के बारे में विनम्रता से बताना चाहिए. उनके साथ लडने की कोई वजह नहीं है.
सिंह ने कहा कि योग प्रकृति के साथ सौहार्द पैदा करता है न कि संघर्ष. ‘योग हमारी संस्कृति है. हमे इस पर गर्व होना चाहिए. हमारे संतों ने सदियों से इसे किया है और बढावा दिया है. यह हमारी संस्कृति है और हमारी संस्कृति साम्प्रदायिक नहीं हो सकती.
’ यहां कल राजपथ पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में करीब 40,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है.