नयी दिल्ली: बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में राहुल गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि समाज में ऐसी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए कोई स्थान नहीं है जो समाज को बांटती है. साथ ही पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह दलितों के महानायक को सम्मान देने के बजाए उनका अपमान कर रही है.
भाजपा ने राहुल से यह भी पूछा कि उनके परिवार के सदस्यों के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकारों ने 58 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया. पार्टी ने यह भी कहा कि संसद के अगले सत्र में वह एससी-एसटी संशोधन विधेयक पेश करेगी. केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा, राहुल गांधी के परिवार ने देश पर 58 वर्षों तक शासन किया और समाज के एक तबके को काफी नुकसान पहुंचाया और कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया और उन्हें कभी भी सम्मान नहीं दिया. यह अच्छा है कि राहुल ने अंबेडकर के बारे में जाना है और उन्हें याद कर रहे हैं. उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने समाज को बांटने वाली जो विवादास्पद टिप्पणी की है उसका समाज में कोई स्थान नहीं है. देश के लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है और तब तक उनका बहिष्कार करते रहेंगे जब तक वे भारत को एक नहीं समझते और उन्हें बांटने नहीं देंगे.
गोयल ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों पर हम आपत्ति जताते हैं जो समाज को बांटती है और वोट बैंक की राजनीति करती है. हम चाहते हैं कि समाज एकजुट रहे. एक अन्य वरिष्ठ मंत्री और पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी अंबेडकर के प्रति राहुल के अचानक प्यार पर सवाल खडे किए और पूछा कि पिछले 58 वर्षों में उनके परिवार के सदस्यों के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दिया.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उनको राहुल गांधी से एक सवाल पूछना है क्योंकि वह हमसे काफी कुछ पूछ रहे हैं. वह मउ गए, भाजपा सरकार ने मउ में वह स्मारक बनवाया न कि कांग्रेस सरकार ने यह काम किया. उन्होंने कहा, राहुल गांधी को पहले बताना चाहिए कि अगर वे अंबेडकर का इतना सम्मान करते हैं तो उनकी सरकार ने उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दिया. जब वह मउ जाते हैं तो उन्हें देश को बताना चाहिए कि 58 वर्षों तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस सरकार ने अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया. दलित महानायक के जन्मस्थान मउ में एक समारोह में जाति को खत्म करने के अंबेडकर के विचार का जिक्र करते हुए राहुल ने सामाजिक भेदभाव को खत्म करने की कडी वकालत की और भाजपा पर परोक्ष प्रहार करते हुए उस विचारधारा के प्रति चेताया जो एक को दूसरे के खिलाफ करती है.