चेन्नई: भ्रष्टाचार के मामले में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी और एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता को कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा बरी किये जाने पर द्रमुक के अध्यक्ष एम करुणानिधि ने आज कहा कि यह ‘‘अंतिम फैसला नहीं’’ है.

एक बयान में उन्होंने कहा, ‘‘आज सुनाया गया फैसला अंतिम नहीं है. मैं महात्मा गांधी के वक्तव्य की याद दिलाना चाहूंगा कि एक अदालत है जो सभी अदालतों से ऊपर है और वह अंतरात्मा की आवाज है.’’