‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने आम आदमी पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता की शिकायत पर आप नेता कुमार विश्वास और उनकी पत्नी को तलब किया है. कार्यकर्ता ने यह दावा करते हुए आयोग का रुख किया था कि आप नेता के साथ उनके अवैध संबंधों की ‘‘झूठी अफवाह’’ के कारण उनकी प्रतिष्ठा पर आंच आई और विश्वास को इस संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए आगे आना चाहिए.
बहरहाल, पार्टी विश्वास के बचाव में सामने आ गई है. आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘‘यह आरोप पूरी तरह से फर्जी और बेबुनियाद है. आप पर निशाना साधा जा रहा है. इस आरोप का कोई आधार नहीं है. कृपया हमारे परिवारों को बख्श दें.’’
कार्यकर्ता ने यह दावा भी किया कि उसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पुलिस आयुक्त को अलग अलग पत्र लिखकर इस बाबत जानकारी दी थी. महिला ने आरोप लगाया कि विश्वास ने इन ‘‘अफवाहों’’ को दूर करने के लिए कार्रवाई की और केजरीवाल ने उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया.
आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह ने कहा, ‘‘ये वही कार्यकर्ता है जो कुछ समय पहले हमारे पास आई थी. उन्हें (विश्वास को) सामने आना चाहिए था क्योंकि शिकायत उनकी अपनी ही पार्टी की कार्यकर्ता ने की थी. महिला का आरोप है कि उनके कारण उसकी शादी टूटने के कगार पर है.’’ आप की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य विश्वास को मंगलवार को आयोग के समक्ष पेश होने को कहा गया है. इससे पहले भी विश्वास महिलाओं के खिलाफ अपने अमर्यादित शब्दों के प्रयोग के कारण विवादों में रहे हैं.
दूसरी ओर विश्वास ने कई ट्वीट के जरिए मीडिया को भाजपा के इशारे पर काम करने और ‘‘जबरन वसूली करने वाला’’ बताया.विश्वास ने कहा कि ये आरोप फर्जी और बेबुनियाद हैं तथा यह विरोधी पार्टियों की ओर से आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है.
आप नेता ने कहा, ‘‘झूठ का सहारा लेकर हमें बदनाम करने के इस तरह के प्रयासों से हम प्रभावित या भयभीत नहीं होंगे. राजनीतिक भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक हम लडाई लडेंगे.’’ उन्होंने बताया कि उन्हें अभी नोटिस नहीं मिला है और वह इस पर उचित तरीके से जवाब देंगे. दिल्ली भाजपा के नेता वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि विश्वास और दिल्ली के मुख्यमंत्री को स्पष्टीकरण देने के लिए आगे आना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘यदि वह स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो इसका मतलब है कि कुछ गडबड है.. हम उस महिला के साथ हैं.’’ कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि यह एक गंभीर शिकायत है और इस पर गौर किया जाना चाहिए.
महिला का दावा है कि उसने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी में विश्वास के लिए प्रचार अभियान में हिस्सा लिया था. उन्होंने कहा, ‘‘इसी आरोप की वजह से मेरे पति ने मुङो छोड दिया. मेरे दो बच्चे हैं. मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हूं. उन्हें लगता है कि कुमार आप के प्रवक्ता हैं और एक जाना माना चेहरा हैं तो संभवत: हम दोनों के बीच कुछ है.’’
महिला ने कहा, ‘‘मैं बता नहीं सकती. इसलिए मैं चाहती हूं कि कुमार विश्वास इस मामले में बोलें, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं. इसलिए मुङो महिला आयोग जाना पडा.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी शिकायत को लेकर उन्हें धमकी भरा फोन भी आया.