नयी दिल्लीः नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मौत के बाद भी सरकार बोस के परिवार की जासूसी कराती रही. इस खबर के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है.इस बीच बोस का परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बर्लिन में उनकी विदेश यात्रा के दौरान मुलाकात करेगा. परिवार वालों की मांग है कि बोस की मौत का सच सबके सामने आये.

हालांकि कांग्रेस इन आरोपों से इनकार कर रही है कि उनकी सरकार ने बोस के परिवार की जासूसी करायी है. इस खुलासे के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला एक बार फिर शुरु हो गया है.
इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अखबार से बातचीत में नेता जी के परपौत्र चंद्र कुमार बोस ने कहा, जासूसी तो उनकी की जाती, जिन्होंने कोई क्राइम किया हो. सुभाष बाबू और उनके परिजनों ने देश की आजादी में अपना योगदान दिया था. ऐसे में उनके परिवार पर नजर रखने की बात चौंकाने वाली है.वहीं इस संबंध में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एमजे अकबर ने कहा कि जासूसी की एक ही वजह हो सकती है और वह यह है कि सरकार को पक्के तौर पर नहीं पता था कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस जिंदा हैं या नहीं. उन्हें लगता था कि वह जिंदा हैं और अपने परिजनों के संपर्क में है.इस खबर के बाद बोस के परिवार वाले मौत का सच सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि देश की जनता को पूरा हक है मौत की सच्चाई जानने का