‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मेरठः आर्थिक तंगी के कारण उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एक किसान के कथित रुप से जहर खाकर खुदकुशी कर लेने से जिला प्रशासन में हडकंप मचा है. वहीं, घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर आक्रामक हुए विपक्ष ने इसके खिलाफ सडकों पर उतरने की धमकी है.
पुलिस के अनुसार, मरने वाले किसान की पहचान परीक्षितगढ क्षेत्र के अहदनगर बढला के रहने वाले बेगराज बसंल के पुत्र राकेश बसंल (55) के रुप में हुई है. मृतक के बडे भाई राम किशन बसंल ने पुलिस को बताया कि गन्ना भुगतान नहीं होने और बारिश-ओलावृष्टि से फसल बर्बाद होने के कारण राकेश बसंल की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई थी.
इसके कारण पिछले कुछ दिनों से वह बेहद तनाव में था और शुक्रवार की शाम उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर मामले में जांच शुरु कर दी है.
घटना को लेकर जिला प्रशासन में हडकंप मच गया है. जांच करने मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी अरविंद कुमार ने आज सुबह बातचीत में घटना की पुष्टि तो की लेकिन खुदकुशी की वजह आर्थिक तंगी मानने से इंकार कर दिया. उपजिलाधिकारी ने बताया कि उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीणों के बयान लिए हैं जिसमें ग्रामीणों ने क्षेत्र में बारिश या ओलावृष्टि के कारण फसल को ज्यादा नुकसान होने से इंकार किया है और गन्ना भुगतान नहीं होने से किसान की आर्थिक हालत खराब होने की बात भी सामने नही आई है. बहरहाल, किसान पर थोडा बहुत कर्ज था. उन्होंने कहा कि घटना की वजह का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.