‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली: सोशल मीडिया पर कथित बलात्कार वीडियो का पता लगाने के लिए सीबीआई ने इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी..इन) और गूगल को पत्र लिखकर उनका सहयोग मांगा है ताकि यू..ट्यूब और व्हाट्सएप पर उन्हें अपलोड करने वालों को पकडने में सहयोग मिल सके.
सीबीआई के सूत्रों ने आज यहां कहा कि एजेंसी ने नौ वीडियो की जांच के दौरान यह निर्णय किया जिनमें यौन हिंसा का मामला है और उच्चतम न्यायालय ने एजेंसी को इनकी जांच सौंपी है.
सूत्रों ने कहा कि कुछ वीडियो में तस्वीर की गुणवत्ता इतनी खराब है कि कथित अपराधियों की पहचान काफी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि एजेंसी ने वीडियो को सीएफएसएल को भेजा है ताकि उनसे सभी संबंधित रहस्यों का पता लगाया जा सके. सीईआरटी..इन के अलावा गूगल इन वीडियो के उद्गम का पता लगा रहा है. एजेंसी ने संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से भी कहा है कि सहायता के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए.