‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : जदयू नेता शरद यादव द्वारा चार दिन पहले महिलाओं के रंग को लेकर की गयी विवादित टिप्पणी के खिलाफ आज राज्यसभा में बहुत हंगामा हुआ, लेकिन शरद यादव अपने बयान से पीछे हटने को तैयार नहीं हुए और उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं.
शरद यादव ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कहा, मैंने क्या बात कही है. भारत में सांवली महिलाओं की संख्या ज्यादा है. उनकी संख्या दुनिया में ज्यादा है. मैं इस बारे में किसी से भी बहस को तैयार हूं. यादव की टिप्पणी का मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष की कई महिला सदस्यों ने आपत्ति जतायी.
स्मृति ने कहा कि यादव को महिलाओं के रंग के बारे में इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. कई सदस्यों की टोकाटोकी के बीच उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं देंगे.सदन में यह मुद्दा सुबह उस समय उठा जब दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यादव द्वारा पिछले हफ्ते की गयी टिप्पणी से अपने को अलग किया. उन्होंने कहा कि वह यादव की टिप्पणी से अपने को पूरी तरह से अलग करते हैं. उन्होंने यादव से अपील भी की कि वह अपनी टिप्पणी वापस ले लें.