श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पाकिस्तान और संसद हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु का मुद्दा छेडकर अपनी सरकार के साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) में ‘कमियों’ की ओर से लोगों का ध्यान बंटाने की कोशिश की है.

उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘‘कौन कहता है कि मुफ्ती चतुर नहीं हैं. उन्होंने हर किसी को पाकिस्तान और अफजल गुरु पर चर्चा का विषय दिया, जबकि हमें सीएमपी पर चर्चा करनी चाहिए थी.’’ एक बडा विवाद कल उस समय पैदा हो गया था, जब मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सईद ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए जम्मू-कश्मीर में सहज रुप से विधानसभा चुनाव संपन्न होने का श्रेय पाकिस्तान, अलगाववादियों और उग्रवादियों को दिया था.

कांग्रेस ने सईद के बयान पर आज लोकसभा से बर्हिगमन किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की थी कि वह सदन में सईद की उस टिप्पणी की निंदा करें. इससे पहले उमर ने सवाल किया था कि क्या सईद और उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन तोडने की कोशिश कर रहे हैं. उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘‘क्या मुफ्ती इस निर्णय पर पहुंच गए हैं कि मोदी-मुफ्ती मैत्री एक गलती थी? क्या पिता-पुत्री दोनों भाजपा पर गठबंधन तोडने का दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं? हैरानी की बात है.’’

पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार ने कल पदभार संभाला. सरकार बनने का यह अवसर दोनों दलों के बीच गठबंधन करने को लेकर दो माह तक चले समझौतों के बाद आया है.