‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भूमि अधिग्रहण परसरकार के रवैये के बाद अब आंदोलन और तेज करने के मूडमें हैं. अन्ना ने कहा जनता को सरकार के तानाशाही रवैये के प्रति संगठित होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए. अन्ना ने यहां तक कह दिया कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तो उसे गिराने में भी देर नहीं करनी चाहिए.
उक्त बातें अन्ना ने दिल्ली देरादून राजमार्ग पर किसान आंदोलन अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही. हजारे ने कहा कि जनता संगठित होकर अपनी मांगों के लिए संघर्ष करेगी तो उसकी मांग जरूरपूरी होगी.
अन्ना ने इस मौके पर स्थानीय मीडिया से भी बातचीत में कहा, भूमि अधिग्रहण विधेयक किसी भी रुप में किसानों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि भूमि अधिग्रहण विधेयक किसानों को बर्बाद करेगा इसलिए हम जन जागरण यात्रा निकाल कर जनता को जागरूक करेंगे.