नयी दिल्ली: कांग्रेस की कमान राहुल गांधी के हाथों में सौंपने के पक्ष में एक अन्‍य दिग्गज कांग्रेसी कमलनाथ सामने आए हैं. एक इंटरव्‍यू में कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी के पास पार्टी के फैसले की स्‍वतंत्रता नहीं है. एक पार्टी में के अंदर फैसले लेने वाले दो लोग नहीं हो सकते. ऐसे में पार्टी में सामंजस्‍य नहीं हो पाएगा.

कमलनाथ ने कहा कि अब पार्टी का पूरा कार्यभार राहुल गांधी को सौंप को देना चाहिए, ताकि वो फैसले लेने में स्‍वतंत्र हो सकें. राहुल खेमे के वरिष्‍ठ समर्थक कमलनाथ ने बताया कि वे जब भी किसी काम को लेकर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के पास जाते हैं तो सोनिया इसे राहुल गांधी से चर्चा करने के लिए कहती हैं और अगर वे सीधा राहुल गांधी के पास जाते हैं तो वे सोनिया गांधी से मिलने की बात कहते हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि पार्टी के सामने ना तो सोनिया ही नजर आती हैं और ना ही राहुल.

कमलनाथ की बातों का समर्थन करते हुए पार्टी महासचिव दिग्‍विजय सिंह ने कहा कि अब वक्‍त आ गया है कि राहुल गांधी को पार्टी की जिम्‍मेदारी सौंप देनी चाहिए.ताकि राहुल स्‍वतंत्र रूप से पार्टी हित में निर्णय ले सकें. हालांकि दिग्‍विजय सिंह ने बजट सत्र शुरू होने से पहले राहुल की अघोषणीय छुट्टी पर जाने की बात पर आश्‍चर्य जताया. लेकिन उन्‍होंने कहा कि राहुल छुट्टी से लौटते ही बड़ी जिम्‍मेदारी अपनाने वाले हैं.
दिग्‍विजय सिंह ने राहुल गांधी के राजनीति छोड़ने की बात को नकारते हुए कहा कि अगर इसमें सच्‍चाई होती तो राहुल पार्टी के वरिष्‍ठ नेताओं से मुलाकात नहीं करते. राहुल औ सोनिया गांधी के बीच मतभेदों के बारे में संक्षेप में बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि दोनों नेता अलग-अलग पीढि़यों का प्रतिनिधित्‍व करते हैं इसलिए उनकी सोच में कुछ भिन्‍नता है.