वेटिकन व मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने की मदर टेरेसा पर मोहन भागवत के बयान की निंदा

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मदर टेरेसा पर दिये गये बयान पर नाराजगी व आपत्ति जताने का दौर अब भी जारी है. भागवत के बयान की वेटिकन, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग और मिशनरीज ऑफ चौरिटी ने आलोचना की है. मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने भागवत के इस दावे को खारिज किया है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2015 10:58 AM
नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मदर टेरेसा पर दिये गये बयान पर नाराजगी व आपत्ति जताने का दौर अब भी जारी है. भागवत के बयान की वेटिकन, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग और मिशनरीज ऑफ चौरिटी ने आलोचना की है. मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने भागवत के इस दावे को खारिज किया है कि इस संगठन के प्रमुख के तौर पर मदर टेरेसा के समय में धर्मातरण कराया गया है. संस्था की प्रवक्ता सुनीता कुमारी ने मंगलवार को कोलकाता में कहा कि इस संगठन का एकमात्र उद्देश्य गरीबों की निष्काम सेवा करना है.
वेटिकन के एक प्रवक्ता ने एक टीवी चैनल को दिये बयान में कहा है कि मदर टेरेसा गरीबों व समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण थीं. उनका जीवन पूरी दुनिया के लोगों के लिए प्रेरक रहा है. वेटिकन का यह बयान तब आया है, जब भागवत ने राजस्थान दौरे के दौरान कहा कि ईसाई धर्म धर्मातरण कराना संभवत: उनकी सेवा का प्रमुख उद्देश्य रहा होगा.
कैथोलिक बिशप कान्फ्रेंस ने भी भागवत के बयानों की निंदा की है. कान्फ्रेंस ने अपने बयान में कहा है कि एक ऐसी शख्स ने जिसने गरीबों और बीमारों के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया और जिसे नोबेल पुरस्कार व भारत रत्न जैसे सर्वश्रेष्ठ सम्मानों से इस कार्य के लिए नवाजा गया है, उन पर ऐसी टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है.
वहीं, दिल्ली कैथलिक आर्क डियसीज के फादर डोमिनिक ने कहा कि मोहन भागवत सहित कई अन्य लोगों को मानसिक बीमारी है. उन्होंने कहा कि ये लोग ऐसे बयान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धार्मिक स्वतंत्रता संबधी बात व विकास के एजेंडे पर निशाना साध रहे हैं. उधर, आप पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी भागवत के बयानों की निंदा की है. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संघ प्रमुख के बयान के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया और कहा कि जिस शख्स का पूरा जीवन मानवता को समर्पित रहा है, उन पर ऐसी टिप्पणी करना चिंतनीय है.
उधर, शिवसेना ने भागवत के बयान का स्वागत किया है और कहा है कि उन्होंने यह बयान देकर एक राष्ट्रीय कार्य किया है. शिवसेना ने कहा है कि संघ प्रमुख के बयान से घर वापसी कार्यक्रम को बढ़ावा मिला है.

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