केजरीवाल को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से छेडछाड की आशंका, बूथों के बाहर चाहते हैं बैनर लगाना

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के सात फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ का आरोप लगा रही आम आदमी पार्टी ने आज कहा कि वह चुनाव आयोग से उसे मतदान बूथों के बाहर बैनर लगाने की अनुमति देने का आग्रह करेगी जिससे कि मशीनों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2015 1:40 PM
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के सात फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ का आरोप लगा रही आम आदमी पार्टी ने आज कहा कि वह चुनाव आयोग से उसे मतदान बूथों के बाहर बैनर लगाने की अनुमति देने का आग्रह करेगी जिससे कि मशीनों के बारे में मतदाताओं को जागरुक किया जा सके.
आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, हम चुनाव आयोग से मतदान बूथों के बाहर हमें बैनर लगाने की अनुमति देने का आग्रह करते हैं जिससे कि ईवीएम के बारे में मतदाताओं को शिक्षित किया जा सके. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, हमें ईवीएम से छेड़छाड़ का संदेह है. कल सीईसी से मिलने की कोशिश की. वह व्यस्त थे. उम्मीद करते हैं कि हम आज उनसे मिलने में सफल होंगे. केजरीवाल ने कल दावा किया था कि दिल्ली छावनी इलाके में इस तरह की चार मशीनों के निरीक्षण के दौरान खामियां पाई गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी बटन दबाया गया, उससे भाजपा के चुनाव चिह्न की बत्ती जल उठी.
आप नेताओं ने यह जानने के लिए पिछले हफ्ते भी चुनाव आयोग से संपर्क किया था कि यदि कोई मतदाता किसी ईवीएम में खामी पाता है तो क्या प्रक्रिया है.
केजरीवाल ने कहा था, उन्होंने हमें बताया कि यदि मतदाता पाता है कि उसने ‘ए’ पार्टी का बटन दबाया, लेकिन बल्ब ‘बी’ पार्टी के नाम का जला तो उसे इसकी जानकारी ड्यूटी पर तैनात अधिकारी को देनी चाहिए. समस्या की जांच पड़ताल की जाएगी और यदि मशीन में त्रुटि पाई जाती है तो इसे सील कर दिया जाएगा और इसकी जगह दूसरी मशीन रखी जाएगी तथा यदि जरुरी हुआ तो संबंधित बूथ पर फिर से मतदान कराया जाएगा.
आप नेता आशुतोष ने आज कहा कि पार्टी मतदाताओं को जागरुक करने के लिए इन बैनरों को मतदान बूथों पर लगाएगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हमें कुछ शिकायतें मिली हैं और लोगों के मन में कुछ आशंकाएं हैं. क्योंकि भाजपा हताश है और किसी कीमत पर हारना नहीं चाहती, इसलिए वे छेड़छाड़ कर सकते हैं.
इसालिए, हम आज चुनाव आयोग से संपर्क करेंगे कि हमें बैनर लगाने की अनुमति दी जाए, ताकि मतदाता जान सकें कि यदि इस तरह की कोई समस्या है तो क्या कदम उठाए जा सकते हैं.

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