समाजवाद एवं धर्मनिरपेक्षता हैं संविधान के मूल तत्व : बादल

मेहता (कपूरथला) : पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज ‘समाजवाद’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ के सिद्धांतों को भारतीय संविधान की मूल भावना बताया और कहा कि इन दो मूलभूत सिद्धांतों से कोई भी भटकाव देश हित के विरुद्ध होगा. यहां फगवाडा विधानसभा क्षेत्र में ‘संगत दर्शन’ कार्यक्रम से इतर मुख्यमंत्री ने कहा कि विविधताओं की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2015 8:12 PM
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मेहता (कपूरथला) : पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज ‘समाजवाद’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ के सिद्धांतों को भारतीय संविधान की मूल भावना बताया और कहा कि इन दो मूलभूत सिद्धांतों से कोई भी भटकाव देश हित के विरुद्ध होगा. यहां फगवाडा विधानसभा क्षेत्र में ‘संगत दर्शन’ कार्यक्रम से इतर मुख्यमंत्री ने कहा कि विविधताओं की भूमि भारत में विभिन्न धर्मों, जातियों, पंथों और भाषाई पृष्ठभूमि के लोग हैं.

उन्होंने कहा, ‘इसी तथ्य के आलोक में हमारे पूर्वजों ने हमारे संविधान में समाजवाद एवं धर्मनिरपेक्षता की अवधारणाओं पर विशेष बल दिया था.’ महाराजा रणजीत सिंह का उदाहरण देते हुए बादल ने कहा कि उनके जैसे महान राजा ने भी धर्मनिरपेक्षता को अपने शासन का अनिवार्य हिस्सा बनाया था. उन्होंने कहा, ‘कोई भी देश इन सिद्धांतों के बगैर जिंदा नहीं रह सकता क्योंकि वे सामाजिक ताने बाने को एकजुट रखते हैं.’

मुश्किलों में घिरी राज्य की अर्थव्यवस्था के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान को लेकर उनपर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की चिंता करने के बजाय अमृतसर से लोकसभा के इन सदस्य को अपनी पार्टी में सबकुछ दुरुस्त करना चाहिए. अमरिंदर सिंह ने कल कहा था कि ऐसा लगता है कि किसी को राज्य की विकट आर्थिक स्थिति की चिंता नहीं है.

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