नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज भाजपा पर भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते पर ‘दोहरी बात’ करने और ‘यूटर्न’ का आरोप लगाया और सवाल किया कि उसने इसका तब विरोध क्यों किया था जब संप्रग सरकार इसे लेकर आगे बढा रही थी. कांग्रेस की ओर से यह प्रतिक्रिया तब आयी है जब भारत और अमेरिका ने वाणिज्यिक सहयोग पर सहमति जताते हुए अटके पडे असैन्य परमाणु करार में बाधा दूर कर दी तथा रक्षा सहयोग को नयी ऊंचाई पर ले जाने के साथ ही घरेलू रक्षा उद्योग और उन्नत प्रौद्योगिकियों को उन्नत करने का निर्णय किया.

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘भाजपा का एक और यूटर्न. अब वे उस परमाणु विधेयक के संशोधनों का श्रेय ले रहे हैं जिनका वे विरोध करते थे.यूटर्न और दोहरी बात करने के माहिर.’

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कल रात ट्वीटर पर लिखा, ‘गत 10 वर्षों से भाजपा ने परमाणु समझौते का विरोध किया है. आज उनके श्रेय का दावा करने से पहले यह सामने आने दीजिये कि उन्होंने यूटर्न करके क्या हानिकारक विरोध किया था.’

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, ‘भाजपा कहा करती थी कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौते से भारत की संप्रभुता से समझौता किया गया. यदि यह सही है, भाजपा उसे क्रियान्वित करने के लिए अब क्यों झुक रही है?’