श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच वार्ता में कश्मीर का जिक्र भले ही नहीं आया हो लेकिन भारत आए खास मेहमान को दिए गए भोज के दस्तरख्वान में परोसे गए व्यंजनों में कश्मीर की महक थी.

उमर ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, ‘‘वार्ता में कश्मीर का जिक्र हो सकता है कि नहीं आया हो लेकिन भोज के मेन्यू में इसकी मौजूदगी महसूस की गयी वेज हाक (लेट्यूस) एंड मटन गुश्तबा.’’

उमर ने राज्य में पीडीपी और भाजपा द्वारा सरकार गठन में की जा रही देरी का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि क्षेत्रीय पार्टी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने यदि केंद्र में सत्तारुढ पार्टी के साथ पहले ही गठबंधन कर लिया होता तो वह भी ओबामा के भोज में शामिल हो सकते थे.

नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यदि मुफ्ती ने भाजपा के साथ गठजोड करने में इतना इंतजार नहीं किया होता तो वह भी भोज में शामिल हो सकते थे और ओबामा के साथ कश्मीर पर चर्चा करने का दावा कर सकते थे.’’