किरन बेदी को भाजपा का चेहरा बनाने के विरोध में आरएसएस?

नयी दिल्ली : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में भाजपा में शामिल पूर्व आइपीएस ऑफिसर किरन बेदी को दिल्ली के सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करनेकाविरोध किया है. मध्‍यप्रदेश के सागर में आएसएस के द्वारा आयोजित चार दिन की कार्यशाला में इस बात के संकेत मिले हैं. अंग्रेजी दैनिक टाईम्स ऑफ इंडिया के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 9:29 AM
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नयी दिल्ली : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में भाजपा में शामिल पूर्व आइपीएस ऑफिसर किरन बेदी को दिल्ली के सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करनेकाविरोध किया है. मध्‍यप्रदेश के सागर में आएसएस के द्वारा आयोजित चार दिन की कार्यशाला में इस बात के संकेत मिले हैं.

अंग्रेजी दैनिक टाईम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के अनुसार मोहन भागवत ने इस बात के साफ संकेत दिए हैं कि किरन बेदी को दिल्ली में भाजपा का चेहरा नहीं बनाया जा सकता है. वे उनके भाजपा में आने से खुश हैं लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसे कयास केवल मीडिया में लगाये जा रहे हैं. पार्टी में इस तरह की चर्चा नहीं हैं.

गौरतलब है कि भाजपा का दामन थामने के समय किरन बेदी के साथ मौजूद भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह से जब दिल्ली में पार्टी के सीएम उम्मीदवार के संबंध में पूछा गया था तो वे बड़ी सफाई से बात टाल गए थे.

वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी :आप: की पूर्व नेता शाजिया इल्मी आज भाजपा में शामिल हो गईं और उन्होंने कहा कि उन्होंने आप इसलिए छोडी क्योंकि अरविंद केजरीवाल ‘‘बदल गये’’ और ‘‘पहुंच से बाहर’’ हो गये तथा पार्टी महत्वपूर्ण मुददों से विमुख हो गई.

किरन बेदी और शाजिया इल्मी के भाजपा में आ जाने के बाद पार्टी दिल्ली में मजबूत हो गई है हालांकि शाजिया इल्मी ने कहा कि वह आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव लडना नहीं चाहतीं. आप नेता केजरीवाल की सहयोगी रह चुकी शाजिया ने कहा, ‘‘पिछला दिल्ली विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव हारने के बाद मैं चुनाव नहीं लडना चाहती. हालांकि मैं पार्टी के निर्णय का अनुसरण करुंगी, लेकिन मैं चाहती हूं कि मेरी पार्टी मेरी इच्छा का सम्मान करे.’’

शाजिया ने कहा कि उन्होंने और केजरीवाल ने अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले जनलोकपाल आंदोलन के दौरान साथ काम किया लेकिन उनका मानना है कि वह ‘‘धीरे धीरे पहुंच से बाहर’’ हो गये जो एक कारण रहा कि उन्होंने पार्टी छोड दी.

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