नयी दिल्‍ली : दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बच चुका है. अब इंतजार है तो बस युद्ध की. रण क्षेत्र में उतरने के लिए सभी दलों ने कमर कस ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जहां भारतीय जनता पार्टी अपने जीत को लेकर आश्वस्त हैं वहीं दिल्‍ली के पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर से अपनी जीत पक्‍की नजर आ रही है. दूसरी ओर कांग्रेस में इस बार भी दिल्‍ली विस चुनाव को लेकर कुछ खास उत्‍साह नहीं दिख रहा है.

एबीपी न्‍यूज नीलसन चुनाव सर्वे की माने तो दिल्‍ली में भाजपा बड़ी पार्टी के रुप में तो उभर कर सामने आ रही है, लेकिन उसे बहुमत मिलता दिख नहीं रहा है. वहीं आम आदमी पार्टी इतिहास दोहराने की ओर बढ़ रही है. सर्वे के अनुसार भाजपा को मात्र 34 सीटें मिल सकती है, वहीं आम आदमी पार्टी को 28 सीटें. कांग्रेस को मात्र 8 सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा.

एबीपी-नीलसन की ओर से नवंबर और दिसंबर में कराये गये सर्वे के अनुसार भाजपा को 45 और 46 सीटें मिल रही थी. इस सर्वे के अनुसार दिल्‍ली में अगर अभी चुनाव होते हैं तो भाजपा को 11 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है, जबकि आम आदमी पार्टी को 10 से अधिक सीटों का फायदा होता नजर आ रहा है. अगर पिछले चुनाव की बात करें तो भाजपा जहां 32 सीटों पर कब्‍जा जमाया था, वहीं आप पार्टी को 28 सीटें. इस तरह से भाजपा को ताजा सर्वे में महज दो-चार सीटों का फायदा हो सकता है, जबकि आम आदमी पार्टी अपना पिछला रिकार्ड तोड़ने में कामयाब नहीं रहेगी.

* अन्‍य सर्वे पर एक नजर

– सी-वोटर-इंडिया के अनुसार मोदी रथ में सवार भाजपा को बहुमत आंकड़े से एक सीट कम मिलने का अनुमान है. जबकि आम आदमी पार्टी को पिछले सीटों के तुलना में एक सीट यानी 29 सीटें मिलने के अनुमान लगाये जा रहे हैं. कांग्रेस 5 सीटों पर ही सिमट जाएगी.

आजतक सिसेरो – आजतक सिसेरो के अनुसार भाजपा बहुमत के आंकड़े को छू सकती है. सर्वे के मुताबिक भाजपा को 34 से 40 सीटें मिलने के अनुमान हैं. आम आदमी पार्टी को 25 से 31 सीटें मिल सकती है. जबकि कांग्रेस को 3 से 5 और अन्‍य को 2 सीटें मिलने के अनुमान हैं.