‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
जम्मू/श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी पीडीपी और भाजपा के नेतृत्व में 14 जनवरी को मुफ्ती मोहम्मद सईद नये मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं. उप मुख्यमंत्री का पद भाजपा को दिये जाने की खबर है. पीडीपी के छह और भाजपा के पांच विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की संभावना है.
पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) और एक व्यवस्थित बातचीत के आधार पर सरकार का गठन होगा. उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई भी विवादित बयान नहीं देगा. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को जम्मू कश्मीर से आये पार्टी नेताओं से सलाह मशविरा किया था. भाजपा ने कहा है कि पीडीपी ने उसके साथ हाथ मिलाने को लेकर कुछ पहल दिखायी है.
गौरतलब है कि राज्य की जनता के खंडित जनादेश के बाद राजनीति गरमा गई है. कोई भी पार्टी गंठबंधन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. यदि भाजपा और पीडीपी साथ आ जाती है तो उन्हें और किसी के साथ की जरूरत नहीं होगी. भाजपा के पास 25 और पीडीपी के पास 28 सीटें हैं.
वहीं पहले खबर आई थी कि पीडीपी कांग्रेस और नेशनल कॉंफ्रेंस मिलकर महागंठबंधन बनायेगी. लेकिन इस पर भी किसी पार्टी की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
अमित शाह ने कहा था कि भाजपा की पीडीपी और नेशनल कॉंफ्रेंस के साथ बातचीत जारी है. उनके इस बयान के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके खबर का खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि मेरी भाजपा के साथ गंठबंधन पर कोई बात नहीं हो रही है.