‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
रोहतक : रोहतक की बहनों और आरोपियों की सच्चाई का खुलासा पॉलीग्राफिक टेस्ट के जरिए किया जाएगा. रोहतक कोर्ट ने बस में छेड़छाड़ के बाद दो बहनों द्वारा पिटे गए युवकों के मामले में की जांच कर रही हरियाणा की एसआईटी टीम को पॉलीग्राफिक टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है.
बाता दें कि पिछले महीने 28 नवंबर को पूजा और आरती नाम की लड़कियों ने चलती बस में छेड़छाड़ करने के कारणउनकी पिटाई कर दी थी. दोनों बहनें रोहतक कॉलेज से सोनेपत हरियाणा रोडवेज की बस से जा रही थीं. युवकों के पीटे जाने वाला वीडियो वाइरल होने के बाद इस खबर ने पूरे देश में हंगामा खड़ा कर दिया था. मामले में तीनों आरोपियों को दो दिनों के अंदर ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
लेकिन इस मामले में उस वक्त नया मोड़ आया जब दोनों बहनों का हुडा सिटी पार्क में एक दूसरे युवक को पीटते हुए एक और वीडियो प्रकाश में आया. मामले को तूल पकड़ने के बाद बस में मौजूद कुछ प्रयत्क्षदर्शियों ने युवकों का पक्ष लेते हुए बयान दिया था कि युवकों ने उनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की थी बल्कि सीट को लेकर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया था.
इसपर हरियाणा सरकार ने दोनों बहनों को गण्तंत्र दिवस के दिन अपनी वीरता पुरस्कार देने की अपनी घोषणा पर रोक लगा दी थी. रोहतक की पूजा और आरती ने इस मामले में उनके, आरोपियों के और शपथपत्र दायर किए गये यात्रियों के लिए पॉलिग्राफिक टेस्ट कराने की मांग की थी.
दोनों बहनों की मांग को अदालत ने स्वीकृति दे दी है. एसपी शशांक आनंद ने बताया कि मामले में कई मोड़ सामने आया है. इसपर चलान तैयार करने में कुछ वक्त लग सकता है.