‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई : आइएसआइएस संगठन में शामिल होकर वापस भारत लौटे संदिग्ध सदस्य आरिफ मजिद ने बहुत सारे खुलासे किए है. आरिफ ने इराक में चल रही लड़ाई में शामिल होने के लिए भड़काने वाले उन युवकों के नामों का खुलाया किया है.
एनआइए की पूछताछ में आरिफ ने और भी कई खुलासे किए. उसने बताया कि इराक में न तो कोई पवित्र युद्ध चल रहा है और न पवित्र पुस्तकों में लिखी किसी बातों का पालन हो रहा है. वहां आइएसआइएस के लड़ाके महिलाओं और बच्चियों से बलात्कार कर रहे है.उसके अनुसार अभी 13 भारतीय आइएसआइएस के तरफ से लड़ रहे है. उन लोगों को संगठन ने बहुत ट्रेनिंग दे दी है.
आरिफ ने बताया कि लड़ाई के बजाय उनसे शौचालयों कि सफाई करवाई जाती थी और लड़ाई लड़ रहे लड़ाकोंको पानी भेजवाने का काम करवाया जाता था.
एनआइए के एक अधिकारी ने कहा, आरिफ के मन में कट्टरपंथी भावना जगाने वाले इसके तीन दोस्तों की हमलोग तलाश कर रहे है. इसे लेकर हमने आरिफ से कई घंटो तक पूछताछ भी की है.