‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : मोदी सरकार में आज शामिल किए गए जयंत सिन्हा आईआईटी दिल्ली से बेहतर अंकों के साथ डिग्री लेकर कोरपोरेट जगत में शामिल होने के लिए हार्वर्ड बिजनेस स्कूल गए थे लेकिन तकदीर उन्हें सत्ता के गलियारों में ले आयी. वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के पुत्र जयंत सिन्हा आज मोदी मंत्रिमंडल में शामिल कर लिए गए. 51 वर्षीय जयंत कुछ समय पहले तक एक निवेश कोष प्रबंधक तथा प्रबंधन कंसलटेंट के पद पर थे लेकिन इस वर्ष उन्होंने झारखंड की हजारीबाग सीट से चुनाव लडा और लोकसभा पहुंच गए.
हजारीबाग वही सीट है जिसका प्रतिनिधित्व उनके पिता यशवंत सिन्हा किया करते थे. पहली बार सांसद चुने जाने से पूर्व तक वह करीब 25 सालों तक कोरपोरेट जगत से जुडे रहे थे.सांसद बनने के बाद जयंत संसद की तीन समितियों , लोक लेखा समिति , वित्त संबंधी स्थायी समिति तथा अधीनस्थ विधान संबंधी समिति के सदस्य रहे हैं. जयंत ओमिदयार नेटवर्क इंडिया एडवाइजर्स के पार्टनर और प्रबंध निदेशक रहे हैं. एक समय वह मैकिंजे एंड कंपनी के पार्टनर और करेज कैपिटल मैनेजमेंट के प्रबंधक निदेशक रह चुके हैं.
उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से विशेष उपलब्धि के साथ एमबीए की डिग्री हासिल की थी. उन्होंने उर्जा प्रबंधन और नीति में पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से एमएस तथा आईआईटी दिल्ली से बी टेक किया है. जयंत टेनिस खेलने के बेहद शौकीन हैं और उनकी पत्नी पुनिता कुमार सिन्हा भी एक निवेश प्रबंधक हैं. वह द ब्लैकस्टोन ग्रुप में वरिष्ठ प्रबंध निदेशक पद पर रह चुकी हैं. हजारीबाग में अपने पिता के साथ काम करने के अलावा जयंत ने 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के घोषणापत्र पर वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और अरुण शौरी के साथ मिलकर काम किया था.