‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : दिल्ली में चुनाव की घोषणा के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी इस चुनाव में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि पिछली चुनाव में जब उनकी पार्टी की सरकार बनी थी, तब उन्होंने भष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और आज दिल्ली की स्थिति में काफी बदलाव आया है.
केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया है. केजरीवाल ने कहा कि भाजपा पिछले चार माह से दिल्ली की जनता को खरीदने का प्रयास कर रही है. लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि करोड़ो रुपये मिलने के बाद भी ‘आप’ का कोई भी एमएलए बिकने के लिए तैयार नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने जितना ‘आप’ पर जितना विश्वास दिखाया है, हमारी पार्टी उसपर खरी उतरी है. केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर खरीद-फरोख्त की कोशिश की है. केजरीवाल ने उम्मीद जतायी है कि इसबार उनकी पार्टी को पिछली बार से ज्यादा सीटें मिलेंगी और दिल्ली में उनकी बहुमत की सरकार बनेगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ जगहों पर भाजपा दंगा फैलाने का प्रयास कर रही है. लेकिन स्थानीय लोगों ने आपसी सौहार्द का परिचय दिया और ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं होने दी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 1984 के दंगों में मारे गये लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने का वादा किया था.
लेकिन अभी सुनने में आया है कि सरकार ने वह फैसला वापस ले लिया है. केजरीवाल ने कहा कि, मैं सरकार से मांग करता हूं कि पीडि़तों को मुआवजा तो मिले ही साथ ही उन्हें न्याय भी मिलनी चाहिए.
केजरीवाल बनेंगे मुख्यमंत्री : आशुतोष
आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ही हमारे नेता होंगे और वे ही दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली का इस बार का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. इस बार आम आदमी पार्टी 45 सीटें जीतेगी.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने कम दिनों के कार्यकाल में ही दिल्ली वासियों के लिए जो काम किया है, पिछले 65 सालों से किसी भी पार्टी की सरकार ने नहीं किया है. उन्होंने कहा कि भजपा पहले से ही हार मान चुकी है, इसलिए वह यहां अपनी पार्टी से मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं कर रही है.
उन्होंने चुटकी ली कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री का चुनाव लड़ने दिल्ली आने वाले हैं. इसलिए दिल्ली भाजपा मोदी के नाम पर चुनाव लड़ने की बात कह रही है.