‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : पत्रकार के साथ बदसलूकी के मामले में राबर्ट वाड्रा फंसते नजर आ रहे हैं. राजनीतिक दलों के साथ- साथ मीडिया में भी वाड्रा के हरकत की जमकर निंदा की गयी. यह पूरा मामला अब इतना गंभीर हो गया है कि अगर एएनआई के पत्रकार ने इस मामले पर शिकायत दर्ज करायी तो उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी अपने दामाद को लेकर अपनी चिंता छिपा नहीं पायीं वह अपने दामाद से मिलने के लिए उनके घर पहुंची और दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई.हालांकि उन दोनों के बीच क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पायी है लेकिन संभावना जतायी जा रही है कि सोनिया ने वाड्रा से मीडिया के साथ की गयी बदसलूकी पर बात की है.
क्या है मामला
एक रिपोर्टर ने कल दिल्ली के अशोका होटल में एक जिम के उद्धाटन के मौके पर वाड्रा से हरियाणा में जमीन विवाद पर सवाल पूछा इस पर वाड्रा अपना आपा खो बैठे. उन्होंने रिपोर्टर के माइक को हाथ से मारकर हटा दिया. इसके बाद उन्होंने अपने सुरक्षाकर्मियों से कैमरा में की गयी रिकोर्डिग को हटाने के लिए भी कहा लेकिन रिपोर्टर किसी तरह फुटेज बचाने में कामयाब रहा हैऔर वाड्रा का यह रूप सार्वजनिक हो गया
कांग्रेस का पक्ष
कांग्रेस के कई प्रवक्ता और नेता खुलकर वाड्रा का इस मामले में बचाव कर रहे हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, वाड्रा किसी सार्वजनिक पद पर नहीं है. मीडिया को उनके पीछे इतना नहीं पड़ना चाहिए. अगर उनसे बार – बार उकसाने वाले सवाल पूछे जायेंगे तो यह सही नही होगा. एक राजनेता होने के नाते हमें इर्ष्या होती है कि वाड्रा को इतना कवरेज क्यूं मिलता है. मीडिया के लिए हम है उन्हें छोड़ दीजिए. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस पूरे विवाद पर कहा, वाड्रा जहां जाते है वहां उनका पीछा किया जाना उकसाने वाले सवाल पूछा जाना बिल्कुल ठीक नहीं है. हरियाणा में जमीन का मामला कोर्ट में है उस पर कोई क्या टिप्पणी कर सकता है. एक नागरिक को बार- बार परेशान नहीं करना चाहिए
We Politicians are feeling jealous of the Media Attention which Robert is getting. We are the real Punching Bags for you. Spare him !
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 2, 2014
भाजपा का पक्ष
भारतीय जनता पार्टी ने वाड्रा के इस बर्ताव की सभी दलों ने खुलकर निंदा की. भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा ,उन्होंने जिस तरह का बर्ताव किया इससे यह साफ हो गया है कि उनपर लगे आरोप कितने गंभीर है. इस तरह की हरकत से उन्होंने करप्शन की कालीख को और काली कर ली है. इस तरह की हरकत उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है. इससे कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी इस मामले पर एएनआई को गंभीरता से विचार करने और शिकायत करने का कहा उन्होंने कहा यह एक आपराधिक मामला है. अगर रिपोर्टर और एएनआई के संपादक इसे गंभीरता से लेते हैं तो वाड्रा को जेल जाना पड़ सकता है.
कानून अपना काम करेगा : खट्टर
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी से जुड़े जमीन सौदों के सिलसिले में कानून अपना काम करेगा. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद से जुड़े जमीन सौदों के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही. उन्होंने यह बात अपनी सरकार के मंत्री विक्रम सिंह यादव के हरियाणा सचिवालय में पदभार संभालने के बाद पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कही. जबकि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रॉबर्ट वाड्रा द्वारा पत्रकार से की गयी बदसलूकी के सवाल पर कहा कि जब किसी को कुछ छिपाना होता है तभी वह इस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करता है और नाराजगी दिखाता है.
वाड्रा की सफाई
इस पूरे विवाद को गहराता देख राबर्ट वाड्रा की तरफ से भी इस विवाद पर सफाई दी गयी इसमें कहा गया, उन्हें नहीं पता था कि रिपोर्टर एनआई का है. उन्हें लगा कोई निजी चैनल का रिपोर्टर उनसे यह सवाल कर रहा है.