‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता की दिशा में काम करने के लिए विश्वविद्यालयों को प्रोत्साहित करने के मकसद से सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय, शोध और नवोन्मेष के लिए ‘विजिटर्स’ पुरस्कार की शुरुआत की है. राष्ट्रपति के सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय इस पुरस्कार के पात्र होंगे होंगे.केंद्रीय विश्वविद्यालयों में राष्ट्रपति विजिटर होते हैं.’’
इसमें कहा गया है कि सभी शिक्षक और छात्र नवोन्मेष के लिए विजिटर पुरस्कार और शोध के लिए विजिटर पुरस्कार के पात्र होंगे.इसके लिए एक व्यक्ति और व्यक्तियों का समूह आवेदन कर सकता है.इस पुरस्कार का मकसद स्पर्धा के जरिए उत्कृष्टता को बढावा देना है.अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘इस पुरस्कार से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढावा देने में मदद मिलेगी तथा यह उन्हें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए दुनिया के भर के सर्वश्रेष्ठ कदमों को उठाने के लिए प्रेरित करेगी.’’ विजिटर पुरस्कार हर साल विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक उत्कृष्टता और संपूर्ण बेहतरीन कार्यों के लिए दिया जाएगा.ष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि नवोन्मेष का विजिटर पुरस्कार किसी भी विश्वविद्यालय के किसी व्यक्ति अथवा समूह को अनोखे नवोन्मेष का विकास करने तथा उसे प्रदर्शित करने के लिए दिया जाएगा.
पुरस्कार के लिए दावेदारों की सूची एक चयन समिति द्वारा तय की जाएगी और फिर राष्ट्रपति अंतिम चयन करेंगे.इस चयन समिति की अध्यक्षता राष्ट्रपति के सचिव करेंगे तथा इसमें उच्च शिक्षा विभाग और विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव बतौर सदस्य शामिल होंगे. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष, राष्ट्रीय नवोन्मेष प्रतिष्ठान के कार्यकारी उपाध्यक्ष, औद्योगिक एवं वैज्ञानिक शोध परिषद के महानिदेशक तथा राष्ट्रपति की ओर से दो नामित व्यक्ति भी इस चयन समिति का हिस्सा होंगे. राष्ट्रपति कार्यालय का कोई एक अधिकारी इस समिति का सदस्य सचिव होगा.
अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘चयन समिति तय स्वरुपों में पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाएगी.यह समिति अपनी प्रक्रिया के तहत आखिरी दावेदारों का चयन करेगी और उनके नाम राष्ट्रपति की वेबसाइट पर डाल दिए जाएंगे।’’