‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : दिल्ली में एक बार फिर से सरकार गठन को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. राष्ट्रपति ने दिल्ली में सरकार गठन को लेकर उपराज्यपाल नजीब जंग को फैसले लेने का अधिकार दे दिया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर केंद्र की मंजूरी की जरूरत नहीं है.
प्रणब मुखर्जी ने आज सरकार गठन को लेकर जो फाइल उनको भेजी गयी थी उसपर उन्होंने बिना कुछ विचार किये वापस लौटा दिया है. राष्ट्रपति द्वारा फाइल वापस लौटा दिये जाने के बाद से संभावना व्यक्त की जा रही है कि एलजी नजीब जंग जल्द ही दिल्ली में सरकार गठन पर फैसला ले सकते हैं.
* आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चुनाव के पक्ष में
दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर आप मुड में नहीं है. आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में फिर से चुनाव कराने की मांग की है. इसको लेकरकेजरीवालकई बार एलजी से मिल चुके हैं. आप के अलावे कांग्रेसनेभी दिल्ली में फिर से चुनाव कराने की मांग की है. लेकिन दूसरी ओर भाजपा ने इस मामले में कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि भाजपा दोनों ही स्थिति के लिए तैयार है.
* आप ने लगाया था भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप
कुछ दिनों पहले दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने भाजपा को मौका दिये जाने की बात कही थी. एलजी के इस बयान के बाद से आप ने काफी हंगामा किया था. अरविंद केजरीवाल ने तो इसको लेकर भाजपा पर विधायकों की खरीद-फराख्त का आरोप भी लगा दिया था. आप ने भाजपा पर स्टींग जारी कर भूचाल ला दिया था.
* एलजी पर केजरीवाल ने लगाया था आरोप
दिल्ली में फिर से चुनाव की मांग करने वाली आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल को भी इस मामले में नहीं बख्सा. आप के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर भाजपा की तरफ से बैटिंग करने का आरोप लगा दिया था. उन्होंने कहा कि एलजी भाजपा के लिए काम करते हैं. इस लिए उन्होंने बहुतम नहीं होने के बाद भी भाजपा को सरकार बनाने के लिए मौका देने की बात कही.