उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद क्या मेनका चाहती हैं वरुण की वापसी?

नयी दिल्ली : हालिया उपचुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर समिक्षा का दौर जारी है. इधर केंद्रीय बाल एवं विकास मंत्री मेनका गांधी ने उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से निराश हैं. उन्‍होंने अपने बेटे और सांसद वरुण गांधी की फिर से वकालत की है. उन्‍होंने कहा उपचुनाव में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2014 7:27 PM

नयी दिल्ली : हालिया उपचुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर समिक्षा का दौर जारी है. इधर केंद्रीय बाल एवं विकास मंत्री मेनका गांधी ने उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से निराश हैं. उन्‍होंने अपने बेटे और सांसद वरुण गांधी की फिर से वकालत की है. उन्‍होंने कहा उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के बाद वरुण को वापस लाना जरूरी हो गया है.

उत्तर प्रदेश उपचुनाव के बारे में पूछे जाने पर मेनका ने कहा, वह काफी अफसोसनाक है, मैंने काफी मेहनत की थी.मैं यहां राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं दे सकती क्योंकि मैं मंत्रालय तक सीमित हूं. लेकिन जहां तक मैं जानती हूं, मैंने वास्तव में कठिन परिश्रम किया….. यह पूछे जाने पर कि उपचुनावों के दौरान उनके पुत्र वरुण सहित स्टार प्रचारकों की अनुपस्थिति पर वह प्रतिक्रिया देना पसंद करेंगी, उन्होंने कहा, बिल्कुल नहीं और उसके बाद कहा, … ठीक, अब हम उन्हें वापस लाने जा रहे हैं.

गौरतलब हो कि मेनका गांधी एक बार बेटे वरुण को उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री पद के लिए योग्‍य बता चुकी हैं. लेकिन गौर करने वाली बात है कि भाजपा के नये अध्‍यक्ष ने अपनी नयी टीम में वरुण को जगह नहीं दी. इसके बाद पार्टी के अंदर काफी हंगामा हुआ था.
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज कहा कि उनके मंत्रालय को कथित लव जिहाद के संबंध में कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है लेकिन एक सांसद के रुप में उन्हें ऐसे कुछ मामलों से अवगत कराया गया है.
लव जिहाद के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर मेनका ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारे पास मंत्रालय में कोई आधिकारिक शिकायत नहीं है, इसलिए एक मंत्री के रुप में, मैं नहीं कह सकती कि हमें….. उन्होंने आगे कहा, हालांकि एक सांसद के रुप में, मेरे संसदीय क्षेत्र में लोग आए हैं और मुझसे शिकायत की तथा करीब सात से आठ ऐसे मामले हैं जिन्हें हमने पुलिस को भेज दिया. इसलिए मैं दोनों को अलग-अलग कर रही हूं.
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने अपने पहले के विवादित बयान पर स्पष्टीकरण देने का प्रयास किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अवैध पशु वध से कमायी जा रही राशि का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को मदद करने के लिए किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस की एक रिपोर्ट का हवाला दे रही थीं. उन्होंने यह भी कहा कि एक प्रमुख दैनिक ने उत्तर प्रदेश की वह रिपोर्ट अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की थी.

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