‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई: बॉलीवुड के मिस्टर परफैक्सिनिस्ट आमिर खान का कहना है कि अगर उन्हें राज्यसभा में सदस्यता का मौका मिलता है तो वेजरूरइस पर विचार कर सकते हैं.
आमिर से जब पूछा गया कि वह क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेत्री रेखा की तरह राज्यसभा में मनोनयन पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा कि वे क्या कर रहे हैं. वे मेरे दोस्त हैं. लेकिन अगर इस तरह का अवसर आता है तो मैं सोचूंगा कि क्या मैं उस समय समाज के प्रति बेहतर तरीके से योगदान दे सकता हूं या नहीं. अगर ऐसा होता है तो मैं हर रोज वहां जाउंगा’.
49 वर्षीय आमिर इंडिया टुडे समूह द्वारा आयोजित पंचायत आजतक कार्यक्रम में बोल रहे थे. हिंदी फिल्मों में महिलाओं के चित्रण के सवाल पर आमिर ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि महिलाओं के चित्रण के मामले में हिंदी फिल्में गैरजिम्मेदाराना रहीं हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इससे बहुत गलत संदेश जाता है. ‘तू चीज बडी है मस्त मस्त’ और ‘खंबे जैसी खडी है’ जैसे गाने अच्छे नहीं हैं. हमें महिलाओं की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए.’मैं स्वीकार करता हूं कि मैं खुद इसमें शामिल हूं, लेकिन मैं अब से ऐसा करने की कोशिश नहीं करूंगा. मैं अपने दोस्तों के साथ इस विषय को उठाउंगा और अब से संवेदनशीलता का ध्यान रखूंगा.’