मुस्लिम विद्वानों ने की योगी आदित्यानाथ पर कार्रवाई की मांग

अलीगढ: मुस्लिम विद्वानों के एक संगठन ने भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ पर भडकाउ बयान देकर देश की शांति भंग करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मिल्लत बेदारी मुहिम कमेटी (एमबीएमसी) ने कल एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया है कि सांप्रदायिक दंगे सिर्फ हिंदुओं या मुस्लिमों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2014 1:43 PM
an image

अलीगढ: मुस्लिम विद्वानों के एक संगठन ने भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ पर भडकाउ बयान देकर देश की शांति भंग करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

मिल्लत बेदारी मुहिम कमेटी (एमबीएमसी) ने कल एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया है कि सांप्रदायिक दंगे सिर्फ हिंदुओं या मुस्लिमों की वजह से नहीं हुए बल्कि ये उन सांप्रदायिक दलों और संगठनों की वजह से हुए हैं, जिनका अस्तित्व ही सांप्रदायिक आधार पर समाज के ध्रुवीकरण पर टिका है.
एमबीएमसी के सचिव जसीम मोहम्मद ने संवाददाताओं को बताया कि बाबरी मस्जिद विवाद के बाद मुंबई दंगों की जांच करने वाले श्रीकृष्णा आयोग समेत विभिन्न आयोगों ने स्पष्ट तौर पर ऐसे बलों की पहचान की थी.उत्तरप्रदेश के गोरखपुर से भाजपा सांसद आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा था कि दंगे वहां होते हैं, जहां भी अल्पसंख्यक 10 प्रतिशत से ज्यादा हैं. जबकि जहां अल्पसंख्यकों की संख्या 35 प्रतिशत से ज्यादा है, वहां गैर-मुस्लिमों के लिए कोई जगह नहीं है.
इन विवादास्पद टिप्पणियों के लिए भाजपा सांसद को कांग्रेस और वाम दलों की आलोचना का सामना करना पडा.इस प्रस्ताव पर एएमयू कार्यकारी परिषद के चयनित सदस्य मोहम्मद शाहिद, एमएमयूटीए के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर रजाउल्ला खान और एएमयू में विज्ञान संकाय के पूर्व अध्यक्ष ने हस्ताक्षर किए.
Exit mobile version