बदायूं मामला : पीड़िताओं का बलात्कार संदिग्ध

नयी दिल्ली. सीबीआइ की जांच यह संकेत कर रही है कि बदायूं में रहस्यमयी स्थितियों में मृत पायी गयीं दो चचेरी बहनों का बलात्कार ‘संदिग्ध’ प्रतीत हो रहा है. इन हत्याओं पर मई में राष्ट्रीय स्तर पर जनाक्रोश हुआ था.हैदराबाद के ‘सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स’ की डीएनए रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2014 8:13 AM

नयी दिल्ली. सीबीआइ की जांच यह संकेत कर रही है कि बदायूं में रहस्यमयी स्थितियों में मृत पायी गयीं दो चचेरी बहनों का बलात्कार ‘संदिग्ध’ प्रतीत हो रहा है. इन हत्याओं पर मई में राष्ट्रीय स्तर पर जनाक्रोश हुआ था.हैदराबाद के ‘सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स’ की डीएनए रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीबीआइ की राय बनी है कि यह दावा संदिग्ध है कि उन लड़कियों का बलात्कार हुआ था. ऐसे में जांच एजेंसी शवों को खोद कर निकालने का विचार त्याग सकती है.

सीडीएफडी की रिपोर्ट ने उन्हें पर्याप्त फॉरेंसिक साक्ष्य दे दिये हैं जो मामला हल करने में मदद कर सकते हैं. सीडीएफडी की रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड को भेजा गया है. सीबीआइ ने बोर्ड से इस हफ्ते अपनी राय देने को कहा है. इसके बाद जांच एजेंसी मामला हल करने की घोषणा कर सकती है.

मिलेगी जमानत! : सूत्रों के मुताबिक यह रिपोर्ट बलात्कार की बात में छिपे अंतरविरोध की पुष्टि करती है. पांच आरोपियों- पप्पू, अवधेश व उर्वेश यादव (दोनों भाई)और कांस्टेबल छत्रपाल यादव व सर्वेश यादव-को जमानत लेने की इजाजत दी जायेगी, क्योंकि उनके खिलाफ कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं है.

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