मुंबई: कोरोना वायरस का खतरा कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस वायरस को लेकर दुनियाभर में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल है. ताजा जानकारी के मुताबिक चीन में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 1800 का आंकड़ा पार कर गयी है. दुनियाभर में हजारों लोग इस वायरस से पीड़ित हैं. बीते दिनों मिली जानकारी के मुताबिक केवल चीन में ही इस वायरस से पीड़ितों की संख्या तकरीबन 70 हजार है. इस बीच कई तरह की अफवाहों का बाजार भी गर्म है.

वायरस को लेकर तैर रही है अफवाहें

कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों का बाजार भी गर्म है. इसमें कहा जा रहा है कि चीन मौत के आंकड़ों को छुपा रहा है. एक बात और कही जा रही है कि चीन मृतकों के शवों को बड़े पैमाने पर जला रहा है, वगैरह-वगैरह. इस बीच भारत ने अपने अधिकांश नागरिकों को एयर इंडिया के विमान के माध्यम से चीन के वुहान और हुबेई प्रांत से निकाल लिया है.

भारत ने ना केवल अपने नागरिकों को चीन से निकाला बल्कि पड़ोसी मुल्क मालदीव के नागरिकों को भी सुरक्षित निकाल लिया है. चीन से सुरक्षित निकाले गए और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की निगरानी में रह रहे मालदीव के सात नागरिकों को जिसमें एक बच्चा भी शामिल है, उनके देश भेज दिया गया है.

चीन में फंसा भारतीय महिला का शव

इसी बीच मुंबई से कोरोना वायरस से जुड़ी एक हृदयस्पर्शी घटना सामने आई है. दरअसल मुंबई की रहने वाली एक महिला की मेलबर्न से मुंबई के लिए उड़ान के दौरान बीजिंग में मौत हो गयी थी. वहां उन्हें एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. महिला के बेटे पुनित मेहरा ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से गुहार लगाई है कि उनकी मां के पार्थिव शरीर को स्वदेश लाने की व्यवस्था की जाए. मीडिया से बातचीत में पुनीत ने कहा कि मुझे नहीं पता कि किन कारणों से देरी हो रही है.

उन्होंने कहा कि मुझे ये भी नहीं पता कि मां की मौत कोरोनावायरस से हुई या कोई और कारण था. मैं बस इतना जानता हूं कि लंबा समय बीत गया और मेरी मां का पार्थिव शरीर वापस नहीं लाया जा सका है. पुनीत ने बताया कि उन्हें ये तक नहीं पता कि चीन के किस प्रांत में उनकी मां का शव है. उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी से अपील करता हूं कि उनका पार्थिव शरीर जल्द वापस लाया जाए.