नयी दिल्लीः नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ आज सोनिया गांधी के नेतृत्व में दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गयी है. इस बैठक के माध्यम से विपक्षी एकता का संदेश दिया जाएगा और मोदी सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनायी जाएगी. बता दें कि बैठक से पहले ही इस मामले को लेकर विपक्ष की एकजुटता में फूट पड़ गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने विपक्ष की इस बैठक का बहिष्कार किया है.बसपा प्रमुख मायावती औऱ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक में शामिल न होने का एलान किया है.

ममता बनर्जी ने सिर्फ इस बैठक से दूरी बनायी बल्कि कांग्रेस पर जोरदार हमला भी बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वाम दल गंदी राजनीति कर रहे हैं और अब वह सीएए और एनआरसी का विरोध अकेले अपने दम पर करेंगी. गौरतलब है कि ममता बनर्जी सीएए और एनआरसी के खिलाफ मुखर हैं और जमकर इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. वह खुद भी सीएए के खिलाफ होने वाली रैलियों में हिस्सा ले रही हैं. वहीं बात करें मायावती की तो उन्होंने कोटा के सरकारी अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा चुकी हैं.

बताया जा रहा है कि बसपा प्रमुख भी इस बैठक से दूर रहेंगी. कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि नेताओं को विपक्ष की बैठक में आने का न्योता दिया गया था, लेकिन आना, नहीं आना उन पर निर्भर करता है. सीएए और एनआरसी के खिलाफ विपक्ष की बैठक आज दोपहर बाद दो बजे होगी.