‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने शनिवार को पुणे में कहा कि सीएए और एनआरसी देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने के प्रयास हैं. उन्होंने कहा कि सीएए देश की धार्मिक, सामाजिक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा तथा उसे आहत करेगा.
शरद पवार ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक ही नहीं, जो कोई भी देश की एकता एवं प्रगति के बारे में सोचता है वह सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहा है. उन्होंने कहा कि सीएए के तहत, केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को ही क्यों शामिल किया गया और श्रीलंका के तमिलों को क्यों नहीं ?
आपको बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश भर में प्रदर्शन जारी है. सबसे अधिक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में हो रहा है जहां 11 लोगों की अबतक हिंसा के कारण जान जा चुकी है. उत्तर प्रदेश में शनिवार को एहतियातन शिक्षण संस्थान बंद रखे गये हैं. इधर, सीएए और एनआरसी के विरोध में आज राष्ट्रीय जनता दल ने बंद बुलाया है. इस बंद के दौरान भी हिंसा देखने को मिल रही है.