‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
पुणे: मालिन गांव में एक सप्ताह पूर्व हुए भूस्खलन हादसे में मृतकों की संख्या अबतक 136 तक पहुंच चुकि है. सोमवार को आपदा वाली जगह से छह और शव मिले. घटना के 7 दिन हो जाने के बाद शवों के सडने गलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है जिससे अस्वास्थ्यकर स्थिति के मद्देनजर इलाके में स्वास्थ्य अधिकारी सफाई अभियान चला रहे हैं.
जिला नियंत्रण कक्ष ने कहा है कि मृतकों में 53 पुरुष, 65 महिलाएं और 18 बच्चे हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने 30 जुलाई को आयी आपदा के बाद मलबे के विशाल ढेर से जानवरों के 33 कंकाल निकाले.
अधिकारियों ने बताया कि बारिश और गीली मिट्टी की वजह से मलबा हटाने में जेसीबी और अन्य उपकरणों को दिक्कतें आ रही है.एनडीआरएफ जवान सडे गले शवों को निकालने और अस्वास्थ्यकर स्थिति से निपटने के लिए मास्क लगाकर काम कर रहे हैं.बचाव अभियान के आज सातवें दिन में
प्रवेश करने के साथ ही किसी के बचे होने की संभावना खत्म हो गयी है.हालात की निगरानी कर रहे जिला प्रशासन अधिकारी वी बानावटे ने बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग कीटाणुनाशकों का छिडकाव कर रहा है और इलाके में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है.शोक संतप्त परिवारों ने हादसे में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार किया.